असम के लुमडिंग, होजाई, में एएचपी-राष्ट्रीय बजरंग दल के सदस्यों ने एक इमाम के घर पर छापा मारा, जहाँ वह बच्चों के लिए क्लासेस लेते थे और वोह बच्चो को पढ़ा रहे थे।
हिंदुवादीयोनेउन पर अवैध मदरसा चलाने का आरोप लगाया और कहा कि "मदरसा शिक्षा का मतलब जिहादी शिक्षा है।" वहीं हिंदूवादीयोने "जय श्री राम" के नारे लगाए और घोषणा की कि "लुमडिंग में मदरसा शिक्षा की अनुमति नहीं दी जाएगी।" इमाम ने आरोप लगाया कि उन्होंने उनके साथ मारपीट की और संपत्ति में तोड़फोड़ की।वहीं इस क्लासेंस के संचालक सलीमउद्दीन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और घर में चल रही क्लासेस को मदरसा बताकर बंद करा दिया। जारंग दिशा गाँव में स्थित इस जगह पर करीब 12 छात्रों को पढ़ाया जा रहा था। इसी दौरान हिंदूवादी संगठन के लोग पहुँचे, घर के कुछ हिस्सों में तोड़फोड़ की और “जिहादी शिक्षा” देने का आरोप लगाया। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुँचकर हालात संभाले और सलीमउद्दीन से पूछताछ शुरू की।
अब ऐसा लग रहा है के इस देश में दो कानुन बन गए हैं ।अगर आप क्लासेस के जरिए अरबी की शिक्षा दे रहे हैं तो आप को पोलिस गिरफ्तार कर लेगी या क्लासेस को मदरसा बताकर बंद करवा देगी तो दुसरी तरफ देश में कई अवैध क्लासेस चल रहे हैं जिस में अलग अलग धर्मों और विषयों पर शिक्षा देने का काम चल रहा है
